टेलीविजन पर निबंध हिंदी में – Television Essay in Hindi

Television Par Nibandh in Hindi

आज का युग विज्ञान के चमत्कारों का युग हैं जिसमे टेलीविजन भी एक विज्ञान का चमत्कार ही हैं। विज्ञान प्रकृति के रहस्यों को उजागर करते हुए मनुष्य के लिए नई-नई सुविधाएं जुटाता जा रहा हैं।

टेलीविजन विज्ञान का एक अनोखा अविष्कार हैं। वर्तमान समय में टेलीविजन मनोरंजन का प्रमुख्य साधन हैं इसके द्वारा हम दूर के आवाजों को सुनते हैं और घर बैठे दूर-दूर के दृश्य और कार्यक्रम देखते हैं। संगीत, भाषण, नृत्य, खेल और अन्य कोई भी कार्यक्रम हो हम सभी हम अपने टेलीविजन पर देखते हैं।

Television Essay in Hindi – टेलीविजन पर निबंध हिंदी में

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टेलीविजन का अविष्कार 1926 ई. में संयुक्त राज्य अमेरिका के महान वैज्ञानिक जे. एल. बेयर्ड ने किया। हमारे देश भारत में इसका प्रसारण सितम्बर, 1959 ई. से प्रारम्भ हुआ, पर नियमित रूप से इसका प्रसारण अगस्त, 1965 ई. से हुआ।

टेलीविजन का सिंद्धांत रेडियो से मिलता जुलता ही हैं। हमारे टेलीविजन का एंटीना वायुमंडल में फैलाये हुए रेडियो की तरंगो को ग्रहण करता हैं और फिर उसे बिजली की तरंगो में बदलकर टेलीविजन में पहुंचा देता हैं।

बिजली की तरंगो से टेलीविजन सेट में लगी एक बड़ी ट्यूब में इलेक्ट्रान (electron) की धारा उत्पन की जाती हैं। यह ट्यूब कांच की होती हैं और इसके सामने का भाग चिपटा होता हैं, जो टेलीविजन के परदे का काम करता हैं। इस ट्यूब के सामने वाले भाग के भीतर एक मशाला लगा होता हैं, जो इलेक्ट्रान के प्रहार से चमकने लगता हैं।

” जिस वस्तु पर प्रकाश का परवर्तन होता हैं वह चमकती हैं और सफेद दिखती है, जिस पर प्रकाश का परावर्तन नहीं होता हैं वो काली दिखती हैं। “

इस तरह से टेलीविजन का सिंद्धांत काम करता हैं और दूर-दूर के कार्यक्रम प्रसारित किये जाते हैं। टेलीविजन एक उपयोगी और ज्ञानवर्धक उपकरण हैं। यह मनोरंजन का उत्तम साधन हैं। शिक्षा के क्षेत्र में इसका अच्छा उपयोग किया जा सकता हैं।

Advantages of Television in Hindi – टेलीविजन के फायदे 

टेलीविजन की मदद से किसी भी वस्तु का प्रचार-प्रसार बहुत तेजी से पुरे देश में किया जा सकता हैं। कृषि के क्षेत्र में यह बहुत उपयोगी साधन सिद्ध हो सकता हैं।

खेती करने के नई-नई विधियों को इस पर दिखाकर किसानो को प्रशिक्षित किया जा सकता हैं। अभी पुरे देश में कहीं भी कोई घटना हो जाये उसकी जानकारी हम आसानी से टेलीविजन न्यूज़ देखकर ले सकते हैं।

Disadvantages of Television in Hindi – टेलीविजन के नुकसान 

वैज्ञानिक अविष्कारो की उपयोगिता उसके उपयोग करने के ढंग निर्भर करती है। अगर टेलीविजन का उपयोग सिर्फ सिनेमा देखने के लिए ही किये जाये तो इससे सिर्फ समय की बर्बादी ही होगी इसीलिए टेलीविजन का भी उपयोग हर वक्त मनोरंजन के लिए ही नहीं करना चाहिए।


टेलीविज़न पर निबंध हिंदी में (Television Par Nibandh in Hindi)

टेलीविज़न पर निबंध

टेलीविजन कई दशकों से हमारे जीवन का एक सर्वव्यापी और प्रभावशाली हिस्सा रहा है। इसने जिस तरह से हम जानकारी का उपभोग करते हैं, अपना मनोरंजन करते हैं, और यहां तक कि जिस तरह से हम सोचते हैं और दुनिया को देखते हैं, उसे बदल दिया है।

टेलीविज़न के आविष्कार का पता 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में लगाया जा सकता है, जिसमें पॉल निप्को और जॉन लोगी बेयर्ड जैसे आविष्कारकों द्वारा शुरुआती प्रोटोटाइप विकसित किए गए थे।

ये शुरुआती संस्करण यांत्रिक थे और केवल कम रिज़ॉल्यूशन वाली श्वेत-श्याम छवियों को प्रसारित करने में सक्षम थे।

हालांकि, प्रौद्योगिकी तेजी से उन्नत हुई, और 20वीं शताब्दी के मध्य तक, टेलीविजन मनोरंजन और सूचना प्रसार का एक व्यापक रूप से अपनाया गया रूप बन गया था।

टेलीविज़न के सबसे महत्वपूर्ण प्रभावों में से एक यह है कि हम समाचार और सूचना का उपभोग कैसे करते हैं। टेलीविज़न के आगमन से पहले, समाचार मुख्य रूप से समाचार पत्रों और रेडियो प्रसारणों के माध्यम से ग्रहण किए जाते थे।

हालांकि, टेलीविजन की दृश्य प्रकृति ने एक अधिक immersive और आकर्षक अनुभव की अनुमति दी, जिससे यह जानकारी देने और जनमत को आकार देने के लिए एक अधिक प्रभावी उपकरण बन गया।

आज, टेलीविज़न समाचार कई लोगों के लिए सूचना का एक प्रमुख स्रोत है, और जिस तरह से टेलीविज़न पर घटनाओं की रिपोर्ट की जाती है, उसका जनता द्वारा अनुभव किए जाने के तरीके पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।

टेलीविजन का एक और बड़ा प्रभाव मनोरंजन उद्योग पर पड़ा है। टेलीविज़न ने कहानी कहने के लिए एक नया मंच प्रदान किया है, जिससे नाटक और हास्य से लेकर रियलिटी शो और गेम शो तक, प्रोग्रामिंग की एक विस्तृत श्रृंखला के निर्माण की अनुमति मिलती है।

इससे संपूर्ण उद्योगों का विकास हुआ है, जैसे कि टेलीविजन निर्माण उद्योग, और इसने लेखकों, अभिनेताओं और अन्य रचनात्मक लोगों के लिए नए अवसर प्रदान किए हैं।

टेलीविजन ने हमारी संस्कृति और समाज को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने हमें नए विचारों और दृष्टिकोणों से परिचित कराया है, और हमें विविध संस्कृतियों और जीवन शैली से अवगत कराकर सामाजिक बाधाओं को तोड़ने में मदद की है।

यह विज्ञापन के लिए एक शक्तिशाली उपकरण भी रहा है, जिससे व्यवसायों को व्यापक दर्शकों तक पहुँचने और उपभोक्ता व्यवहार को आकार देने की अनुमति मिलती है। हालाँकि, टेलीविजन इसके नकारात्मक प्रभावों के बिना नहीं है।

छवियों और सूचनाओं की निरंतर बमबारी भारी हो सकती है और अलगाव और असंतोष की भावनाओं को जन्म दे सकती है।

मनोरंजन के स्रोत के रूप में टेलीविजन पर अत्यधिक निर्भरता भी कल्पना और रचनात्मकता की कमी का कारण बन सकती है, और महत्वपूर्ण सोच कौशल के विकास के लिए हानिकारक हो सकती है। अंत में, टेलीविजन हमारी दुनिया को आकार देने में एक शक्तिशाली शक्ति रहा है।

इसने जिस तरह से हम जानकारी का उपभोग करते हैं, अपना मनोरंजन करते हैं, और यहां तक कि जिस तरह से हम सोचते हैं और दुनिया को देखते हैं, उसे बदल दिया है।

जबकि इसके कई सकारात्मक प्रभाव हुए हैं, इसके संभावित नकारात्मक प्रभावों के बारे में पता होना और इसे कम मात्रा में उपयोग करना महत्वपूर्ण है।

Final Thoughts – 

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपने टेलीविजन पर निबंध हिंदी में (Essay on Television in Hindi) पढ़ा। मुझे पूरा विस्वास है की आपको यह हिंदी निबंध अच्छा लगा होगा।

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