बिहार पर निबंध – Essay on Bihar in Hindi

आज के इस हिन्दी निबंध के आर्टिकल में आप हमारे अपने राज्य बिहार पर निबंध (Bihar Par Nibandh) पढ़ सकते हैं। हमने अपने पिछले Hindi Essay के आर्टिकल में वन-संरक्षण और पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध पढ़ा था।

अगर आपने इसे नहीं पढ़ा तो इस निबंध को  जरूर पढ़िए। अब हम आज का यह आर्टिकल बिहार पर निबंध हिंदी में (Essay on Bihar in Hindi) को शुरू करते हैं।

अपना बिहार पर निबंध – Bihar Par Nibandh/Essay in Hindi

essay on bihar in hindi

भूमिका :- बिहार भारत का वह भू-भाग है जिसके बिना भारत की इतिहास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। राजनीति, धर्म, पांडित्य, साहित्य आदि क्षेत्रों में इसकी महती भूमिका है।

गौरवपूर्ण अतीत :- बिहार ने ही चाणक्य जैसा अर्थशास्त्री, चंद्रगुप्त और अशोक जैसा राजा, महावीर और बुद्ध जैसा धर्म प्रवर्तक, आर्यभट्ट जैसा वैज्ञानिक, शेरशाह जैसा शासक, जीवक जैसा वैधराज, जयप्रकाश नारायण जैसा क्रन्तिकारी दिया है।

विभाजन के बाद की स्थिति :- कभी यह खनिज संपदा से भी परिपूर्ण था लेकिन, हाल में ही झारखंड के अलग राज्य बनने से यह संपदा कम हो चली है।

ऐसे संपन्न राज्य में एक समय ऐसा आया कि यहाँ की ख्याति अपहरण, रंगदारी, बुरी सड़कें, अशिक्षा, गरीबी, कुपोषण, बेरोजगारी के समुन्द्र के रूप में होने लगी।

सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक प्रगति :- पिछले कुछ दिनों से बिहार में सब कुछ नया-नया लगता है। चार-पांच वर्षो के दौरान जो हुआ है, उसकी सराहना सर्वत्र हो रही है।

पंचायतों और नगर-निकायों में महिलाओं के 50% आरक्षण से माहौल बदल गया है। लड़कियों को पोशाक और साइकिल देने की सरकार की योजना से स्कूली छात्राओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। सूबे में अब चमचमाती सड़कें है, एक हजार से अधिक पुलों-पुलियों का निर्माण हो चुका है।

वर्तमान समय की उपलब्धियाँ तथा उज्जवल भविष्य के संकेत :- रोजगार के क्षेत्र में भी काम हुआ है। लाख के करीब शिक्षकों की नियुक्ति हुई है।

लोगों को नरेगा के अंतर्गत काम मिलने लगा है, हजारों सिपाहियों की नियुक्ति भी होनेवाली है। स्वरोजगार योजना के अंतर्गत मछली-पालन, मुर्गी-पालन का कारोबार शुरू हुआ है।

बुनकरों के लिए भी सुविधाएँ प्रदान की जा रही है। लोगों को अपना कारोबार शुरू करने के लिए बैंक ऋण देने में भी नहीं हिचकते है।

चिकित्सा के क्षेत्र में भी सुधार हुआ है, अस्पतालों में अब फिर से मरीज पहुंचने लगे है। वहाँ जीवन-रक्षक औसधियाँ लोगों को उपलब्ध होने लगी है।

यह सब हुआ है किंतु अभी भी बहुत कुछ नहीं हुआ है। उद्योगों की स्थापना के मामले में हम अभी भी पिछ्ड़े हुए हैं। हमारे राज्य बिहार में बेरोजगारी बड़ी मात्रा में अभी भी कायम है।

बिहारी प्रतिभा का लोहा दुनिया मानती है किंतु इसे सँवारने के लिए उच्च और तकनीकी संस्थाओं की जरूरत है। हमारे राज्य में हर साल आने वाली बाढ़ से निजात पाने के लिए कोई ठोस कदम उठाना जरूरी हैं।

Final Thoughts – 

आज के इस आर्टिकल में आपने हमारे राज्य बिहार पर निबंध हिंदी में (Bihar Essay in Hindi) पढ़ा। मुझे पूर्ण विस्वास है की आपको HindiDeep.in के सभी आर्टिकल की तरह यह भी जरूर पसंद आया होगा।

आप यह भी पढ़े –

Leave a Comment